क्यों है स्पेनिश भाषा सीखना जरूरी ?
स्पेनिश भाषा सीख कर अपने कैरियर को दें एक नई राह
आज जमाना ग्लोबलाइजेशन का है जहां विदेशी भाषाओं से हमारी दूरी कम हो चुकी है। दुनिया को जानने, समझने और पूरी दुनिया से जुड़ने के लिए आप सिर्फ अपनी मातृभाषा का सहारा नहीं ले सकते। इसके लिए आपको एक से ज्यादा भाषाओं का ज्ञान होना जरूरी है। एक से अधिक भाषा का ज्ञान होने पर हम अपने लिए अवसरों का द्वार भी खोलते है। भारत हमेशा से बहुआयामी देश रहा है, यहां कई तरह की भाषाएं बोली जाती हैं। भारतीय “वसुधैव कुटुंबकम” की विचारधारा को महत्व देते हैं इस विचारधारा के अनुसार पूरा विश्व एक कुटुंब है। ऐसे में अलग-अलग भाषाओं को किसी सीमित क्षेत्र तक बांधा नहीं जा सकता। जैसे विदेशों में लोग हिन्दी उर्दू और संस्कृत की शिक्षा ले रहे है उसी तरह हम भारतीयों को भी विदेशी भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए। भारतीयों में अपनी मातृभाषा के साथ-साथ दूसरी भाषाओं को सीखने की भी जागरूकता रहती हैं। लेकिन यह जागरूकता कहीं न कहीं बड़े शहरों तक सिमट कर रह गई है। क्योंकि आज भी छोटे शहर और भारत के ग्रामीण इलाके अंग्रेजी से उस हद तक परिचित नहीं है, जिस हद तक होना उनके लिए बेहद जरूरी है। भारत एक तरह से हिंदी भाषी और अंग्रेजी भाषी लोगों के बीच बंट कर रह गया है। टेक्नोलॉजी या तकनीकीकरण के इस बढ़ते दौर में हिंदी भाषी लोग टेक्नोलॉजी का उतना इस्तेमाल नहीं कर पाते, क्योंकि इनमें इस्तेमाल होने वाले ज्यादातर शब्द अंग्रेजी के होते हैं। इसके साथ हीं हिंदी भाषी लोगों में जानकारी का भी अभाव होता है, क्योंकि हर बेहतर जानकारी अधिकतर अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध होती है। इसलिए ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में अपनी मातृभाषा का सम्मान करते हुए हमें विश्व की दूसरी बड़ी भाषाएं जैसे अंग्रेजी, स्पेनिश, जर्मन, फ्रेंच आदि का ज्ञान होना भी बहुत ज्यादा जरूरी है।
स्पेनिश भाषा का अंतरराष्ट्रीय महत्व
अगर किसी भाषा को वाकई में वैश्विक भाषा का दर्जा दिया जा सकता है तो वह है स्पेनिश। विश्वभर में करीब 500 मिलियन से ज़्यादा लोगों के लिए स्पेनिश उनकी मातृभाषा है। दक्षिणी अमेरिकी महाद्वीप के देशों और स्पेन में स्पेनिश भाषा बोली जाती है। वही मेंडेरियन चाइनीस और अंग्रेजी के बाद यह तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। स्पेन के अलावा मध्य और दक्षिणी अमेरिका के 20 से अधिक देशों के लिए स्पेनिश उनकी ऑफिशियल लैंग्वेज (आधिकारिक भाषा) है। टेक्नोलॉजी के युग में हम हर तरह की जानकारी के लिए इंटरनेट का सहारा लेते हैं। इंटरनेट की दुनिया में स्पेनिश अंग्रेजी के बाद सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती है। अगर भारत के संदर्भ में बात की जाए तो अंग्रेजी के बाद यह दूसरी ऐसी भाषा है जिसे विदेशी भाषा के तौर पर सबसे ज्यादा पढ़ाया और सिखा जा रहा है।
स्पेनिश एक वैश्विक भाषा
भौगोलिक क्षेत्र को ध्यान में रखकर बात करें तो स्पेन यूरोप में है। स्पेन में सबसे ज्यादा स्पेनिश बोली जाती है। वही स्पेन के अलावा ‘इन्स्तितुतो सर्वान्तेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राज्य अमरीका (USA) में 52.6 मिलियन लोग स्पेनिश भाषा का इस्तेमाल करते हैं। अगर हम अमेरिकी महाद्वीप की बात करें तो दक्षिणी अमेरिका और उत्तरी अमेरिका दोनों महाद्वीपों में स्पेनिश भाषा बोली जाती है। दोनों के बीच के क्षेत्र को मध्य अमेरिका कहा जाता है। मध्य अमेरिका के कोस्टारिका, एल सेल्वाडोर, पनामा, निकारागुआ जैसे देशों में स्पेनिश सबसे ज्यादा बोली जाती है। यहां तक अफ्रीका के पश्चिमी सहारा क्षेत्रों में भी स्पेनिश भाषा बोली जाती है। अफ्रीका में मोरक्को एक ऐसा इकलौता देश है जहां स्पेनिश भाषा समान्य बोलचाल के रुप में बोली जाती है। ऐशिया के फिलिपिंस में भी स्पेनिश भाषा का थोड़ा उपयोग किया जाता है। ग्लोबलाइजेशन के इस युग में स्पेनिश भाषा अपनी पहचान बना चुकी है। और इस भाषा को सीखकर आप अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो सकते हैं।
व्यापार जगत और स्पेनिश
USA और यूरोप की कंपनियां द्विभाषी लोगों के महत्व को अच्छी तरह से समझती हैं । यहां द्विभाषी का अर्थ ऐसे लोगों से है जो एक से ज्यादा भाषाओं की जानकारी रखते हों, खासतौर पर कुछ अंतरराष्ट्रीय भाषाएं जैसे इंग्लिश, स्पेनिश, जर्मनी, फ्रेंच आदि। इस तरह के प्रतिभाशाली लोगों के लिए ये मल्टीनेशनल कंपनियां (MNC) हमेशा अवसर के द्वार खुले रखती है। USA में ज्यादातर कंपनियां ऐसे उम्मीदवारों (कैंडिडेट) की तलाश में रहती है, जो स्पेनिश भाषा की अच्छी पकड़ रखते है। क्योंकि ऐसे लोग इनके बिजनेस को आगे ले जा सकते है। बहुत सी स्पैनिश और अमेरिकन कंपनियां भारत की ओर अपने कदम बढ़ा रही हैं। ऐसे में स्पेनिश जानने वाले भारतीयों के लिए कैरियर की एक नई राह खुल जाती है। इसके साथ-साथ अगर आप स्पेनिश भाषा की जानकारी रखते हैं तो आप आई टी, विदेश सेवा, अनुवाद, व्याख्या, भाषा, पत्रकारिता, अंतरराष्ट्रीय व्यापार, पर्यटन जैसे क्षेत्र में अपनी काबिलियत के तौर पर एक बेहतरीन कैरियर बना सकते हैं। स्पेनिश भाषा की जानकारी रखने वाले कैंडिडेट एक्सपोर्ट – इंपोर्ट इंडस्ट्री में भाषा विशेषज्ञ के तौर पर भी काम कर सकते हैं। इसके अलावा आईटी, BPO, KPO, कॉल सेंटर में भी एक अच्छी तनख्वाह के साथ किसी महानगर में एक अच्छी जॉब कर सकते हैं। अगर आप स्पेनिश बोलने, लिखने और समझने में महारत हासिल कर ले तो आप भाषा अनुवादक और दुभाषिया के तौर पर एक बेहतरीन काम कर सकते हैं। आजकल इस क्षेत्र में फ्रीलांसर्स की मांग बहुत ज्यादा बढ़ गई है। फ्रीलांसर्स ग्लोबल स्तर पर अपने अनुभव के आधार पर कंपनियों को सर्विस देकर अच्छी खासी कमाई करते हैं। जीवन और व्यापार का कोई आयाम ऐसा नहीं है जहाँ कम्युनिकेशन की जरुरत न पड़ती हो, अतः एक भाषा का सीधा सम्बन्ध लोगों से हैंI इसलिए इस भाषा में अवसर की संभावनाएँ केवल कुछ ही सेक्टर तक सीमित नहीं हैंI
अब सवाल ये उठता है कि अगर स्पेन में स्पेनिश बोलने वाले लोगों की संख्या इतनी अधिक है तो इन मल्टीनेशनल कंपनियों को भारतीय उम्मीदवारों की जरूरत क्यों पड़ती है? इसका पहला कारण है लागत में कमी, भारत में करेंसी की कीमत अमेरिका और यूरोप की तुलना में बहुत कम है। इन बड़ी कंपनियों को भारत में कम लागत में अच्छे कर्मचारी मिल जाते हैं। अमेरीकी महाद्वीप और यूरोप के अधिकतर देशों में जनसंख्या बहुत कम होती है। जनसंख्या की कमी होने के कारण हर तरह की सर्विस के लिए वहां विशेषज्ञों का मिलना थोड़ा मुश्किल होता है। इसलिए यह अमेरिकन और यूरोपीय कंपनी भारत की तरफ ज्यादा आकर्षित होती हैं। भारत जनसंख्या के मामले में विश्व का दूसरा बड़ा देश है। यहां इस घनी आबादी में हर क्षेत्र में काबिल उमीदवार आसानी से मिल जाते हैं और अगर इस काबलियत में स्पेनिश, अंग्रेजी जैसी दूसरी विदेशी भाषाओं की विशेषज्ञता भी शामिल हो जाए तो उनके लिए इन कंपनियों में अवसरों की कमी नहीं होती।
स्पेनिश दूसरी भाषा के तौर पर
अमेरिका के कुछ प्रांतों में स्पेनिश को दूसरी भाषा के तौर पर स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी में पढ़ाया जाता है। संयुक्त राज्य अमरीका का दक्षिणी हिस्सा जो मेक्सिको से जुड़ा है, इसके कुछ खास क्षेत्र जैसे कैलिफोर्निया, टैक्सास, मियामी यहां स्पेनिश आम बोलचाल की भाषा है। यहां के साइन बोर्ड, एडवर्टाइजमेंट बोर्ड और अन्य दूसरे तरह के पैकेज इत्यादि में भी स्पेनिश भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। भारत और यूनाइटेड किंगडम के अंतरराष्ट्रीय स्कूल में भी स्पेनिश भाषा पढ़ाई जाती है। इसके साथ ही भारतीय मल्टीनेशनल कंपनियाँ जिनका यूरोप, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका के देशों में व्यापार है, उन्हें भी इस भाषा के जानकार लोगों की जरूरत होती है। Infosys, Wipro, Tata, Mahindra, TVS, Bajaj, Biocon के अलावा ऐसी हजारों कम्पनियाँ हैं जो स्पेनिश-भाषी देशों के साथ व्यापार करती हैंI इनके साथ काम करके भी एक अच्छा कैरियर बनाया जा सकता है।
कैसे करें भारत में स्पैनिश भाषा की पढ़ाईः
भारत में इंटरनेशनल बैकालॉरियेट (IB) और इंटरनेशनल जनरल सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (IGCSE) यह दोनों इंटरनेशनल स्कूल एजुकेशन प्रोग्राम स्कूल स्तर पर स्पेनिश भाषा की पढ़ाई उपलब्ध करवाते है। CBSE, ICSE सिलेबस में भी स्पैनिश को जगह दी गई है।कुछ भारतीय कॉलेज भी सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स उपलब्ध करवाते है। प्राइवेट इंस्टिट्यूटस में भी स्पेनिश के बहुत से कोर्स उपलब्ध हैं। यहां पर यूरोपियन स्टैंडर्ड के हिसाब से लिखना, पढ़ना और सुनना सिखाया जाता है। अगर आप भारत में रहकर दूर शिक्षण माध्यम से स्पेनिश सीखना चाहते हैं तो IGNOU के जरिए स्पेनिश भाषा और कल्चर में सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) म़े भी स्पेनिश लैंग्वेज कोर्स उपलब्ध है। DU, पार्ट टाइम कोर्स जैसे सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, एडवांस डिप्लोमा के साथ-साथ फुल टाइम डिग्री प्रोग्राम जैसे B.A., M.A., Ph.D उपलब्ध करवाती है। JNU से भी आप स्पेनिश और लैटिन अमेरिकन भाषाओं में B.A. ऑनर्स, M.A., M. Phill, Ph.D, की डिग्री ले सकते हैं।हैदराबाद स्थित EFLU (इंगलिश एंड फॉरेन लैंग्वेज इंस्टिट्यूट), देहरादून की दून यूनिवर्सिटी स्पेनिश में B.A, M.A कोर्स चलाते हैं । ‘जवाहरलाल नेहरू अकैडमी आफ लैंग्वेजेस’ – भारतीय विद्या भवन, भी 3 साल का स्पेनिश कोर्स उपलब्ध करवाती है, जो पांच अलग-अलग सेमेस्टर में पूरा होता है, ये एक तरह का डिप्लोमा कोर्स है।भारत में स्पेनी सरकार का इंस्टिट्यूट ‘इन्स्तितुतो सर्वान्तेस’ दिल्ली में है। इंवर्तमान में यह इंस्टिट्यूट सिर्फ दिल्ली में है। सही दिशा न मिल पाने के कारण भारतीय इस भाषा को लेकर जागरूक नहीं है और अगर जागरूकता है भी तो सिर्फ बड़े शहरों तक सिमट कर रह गई है। ग्रामीण और छोटे शहर के लोग स्पेनिश के महत्व से अभी भी अनजान है। जागरूकता के साथ-साथ यहां माध्यम की भी कमी है। भारत में स्पेनिश सीखने का माध्यम अंग्रेजी है। अंग्रेजी भाषा के जरिए ही आप स्पेनिश सीख सकते हैं। यह भी सीखने में एक बहुत बड़ा बाधक है। क्योंकि छोटे शहर के लोग अधिकतर अंग्रेजी से उतने परिचित नहीं होते। ऐसे में इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेनिश स्टडीज अंग्रेजी और हिंदी माध्यम की इस समस्या को मिटाना चाहता है। इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्पेनिश स्टडीज अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों और मानकों के आधार पर कई कोर्सेस चलाता हैI यह स्पेनिश भाषा की अधिकारिक और अंतर्राष्ट्रीय परीक्षा SIELE का केंद्र भी हैI इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्पेनिश स्टडीज स्पेन के VALENCIA शहर में दुनिया भर के विद्यार्थियों के लिए कई कोर्सेस चलाता है. खास रूप से गर्मियों और सर्दियों की छुट्टियों के दौरान भारत सहित दुनिया के कई देशों के विद्यार्थी वहां स्पेनिश भाषा के कोर्स के साथ पर्यटन भी करने जाते हैंI ये विद्यार्थी नेटिव स्पेनिश भाषी परिवार के साथ रहते हैं जहाँ उन्हें सिर्फ स्पेनिश भाषा में बात करना होता है, दिन में वे शिक्षकों के साथ इंस्टिट्यूट में स्पेनिश सीखते हैं. ये शिक्षक उन्हें स्पेन के अलग अलग शहरों और उनके सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्त्व की जगहों पर ले जाते हैंI भाषा के साथ संस्कृति-इतिहास की शिक्षा और पर्यटन के अनुभव देने वाला यह एक अनूठा कोर्स हैI इंस्टिट्यूट ऑफ स्पेनिश स्टडीज भारत के कई शहरों में अपने कोर्सेस चला रहा है I इन्टरनेट की मदद से देश-दुनिया के हजारों छात्र आज स्पेनिश भाषा की पढाई कर रहे हैंI
कोविड ने बढाई फॉरेन लैंग्वेज को लेकर जागरूकता
पिछले कुछ वर्षों से हम कोविड महामारी से जूझ रहे हैं। कोविड के दौरान लोगों ने ऑनलाइन क्लासेस और इंटरनेट पर आधारित क्लासेस के महत्व को अच्छी तरह से समझा है। इन क्लासेस के जरिए आप घर बैठे विदेशो से भी किसी भी तरह का कोर्स कर सकते हैं। विदेशी भाषा सीखने में ऑनलाइन क्लासेस सबसे ज्यादा मददगार साबित हो रही है। इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेनिश स्टडीज के शिक्षक ऑनलाइन क्लासेज के जरिए स्पेनिश सीखने में मदद करते हैं। ये क्लासेज लाइव होते हैं जिसमे स्टूडेंट और शिक्षक एक दुसरे को देख सकते हैं और संवाद करते हैंi
इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेनिश स्टडीज – बैंगलोर
अगर आप भारत में स्पेनिश सीखना चाहते हैं तो इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेनिश स्टडीज आपके लिए अंतर्राष्टीय मानकों पर खरा उतरने वाला एक बेहतर विकल्प हैI इस इंस्टिट्यूट का हेडक्वॉर्टर बेंगलुरु में है जो देश के कई शहरों स्पैनिश भाषा के कोर्स चलता है । यहां रजिस्ट्रेशन और एडमिशन होने के बाद पूरे भारत में Bluedart (ब्लूडार्ट) और इंडियापोस्ट सर्विस के जरिए किताबें उपलब्ध करवाई जाती है। और साथ ही ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिए नियमित कक्षाएं और परीक्षाएँ होती हैं। कोर्स पूरा करने के बाद आपको सर्टिफिकेट भी मिलता है। यह एक तरह का डिस्टेंस ऑनलाइन लर्निंग कोर्स है। लेकिन कोविड से पहले तक होने वाले डिस्टेंस एजुकेशन से यह काफी अलग है। आप इसे एक एक्टिव ऑनलाइन लर्निंग कोर्स कह सकते हैं। जो अपनी शिक्षा पद्धति को लेकर पूर्ण रूप से जागरूक है, यह आपको भाषा का ज्ञान देने के साथ इसे सीखने में भी पूरी मदद करता है।
“इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेनिश स्टडीज” का लक्ष्य बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्पेनिश भाषा को लेकर जागरूकता बढ़ाना है। ये इंस्टिट्यूट स्पेनिश सीखने का जरिया अंग्रेजी तक सीमित नहीं रखना चाहते। हिंदी माध्यम के जरिए भी ये स्पेनिश भाषा सिखाना चाहते हैं। स्पेनिश भाषा के महत्व को समझते हुए इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेनिश स्टडीज भारत के नागरिकों तक इसकी सही जानकारी और सही समय पर पहुंचाना चाहता है ताकि भारतीय लोग जो इस क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं या किसी दुसरे कारण से स्पेनिश सीखना चाहते हों उन्हें एक बेहतरीन अवसर प्राप्त हो और वह स्पेनिश भाषा अच्छी तरह से सीख सकें।यही नहीं, भारत के कई संस्थान, इवेंट मैनेजमेंट और बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ, सरकारी संस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्पैनिश स्टडीज़ के अनुवादकों और इंटरप्रेटर की सेवाएँ लेते हैं ।
भारत के साथ एक दुखद पहलू यह भी है की भारत में कम्युनिकेशन या भाषा शैली को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया गया है। यहां भाषा को सिर्फ अपनी बात पहुंचाने का जरिया समझा जाता है। भाषाओं का महत्व सीमित नहीं है इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि भाषाओं पर पीएचडी भी की जाती है। किसी भी भाषा पर अच्छी पकड़ बनाने के लिए आपको उससे जुड़ी संस्कृति, इतिहास, संरचना को समझना बेहद जरूरी है और इसके लिए वक्त और मेहनत दोनों लगती है। वक्त और मेहनत के साथ-साथ सही इंस्टिट्यूट इस दिशा में आप की भरपूर मदद कर सकता है।
“इंस्टिट्यूट ऑफ स्पेनिश स्टडीज” स्पेनिश भाषा के किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं है, यह सीखने वाले के मन में जागरूकता भी लाता है और इसके लिए ऑनलाइन और क्लासरूम कोर्सेस हैं। यहां पर आप अपने सवाल शिक्षकों से पूछ सकते हैं और उसका समाधान किया जाता है। समय-समय पर परीक्षाएं ली जाती हैं। सर्टिफिकेट कूरियर से भेजा जाता है|.
इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेनिश स्टडीज के जरिए स्पेनिश सीख कर आप अपने लिए एक बेहतरीन कैरियर विकल्प चुन सकते हैं। स्पेनिश सीखने के बाद आप आईटी, पर्यटन, फार्मा उद्योग, भाषा क्षेत्र, अंतरराष्ट्रीय व्यापार आदि क्षेत्रों में में अच्छी खासी तनख्वाह की नौकरी पा सकते है। कोविड के बाद ‘वर्क फ्रॉम होम’ जॉब एक ट्रेंड बन गया है। जहां पर लोग अलग-अलग क्लाइंट के साथ काम करते हैं। स्पेनिश सीखने के बाद आप फ्रीलांसर के तौर पर स्पेनिश शिक्षक, स्पेनिश अनुवादक, स्पेनिश वादक, की भूमिका निभा सकते हैं। और यहां पर सर्विस के बदले आपको एक अच्छी कीमत दी जाती है। बड़ी-बड़ी कंपनियां स्पेनिश जानने वाले फुल टाइम कर्मचारी और फ्रीलांसर्स को बड़ी आसानी से चुन लेती है और इन्हें इनके काम के बदले अच्छी तनख्वाह देती है। अगर आप भी अपने लिए इस तरह का कैरियर विकल्प चुनना चाहते हैं। अगर आपको लिखने और पढ़ने में रुचि है और कुछ अलग करना चाहते हैं तो आप स्पेनिश भाषा सीख कर अपने कैरियर को एक नई राह दे सकते हैं।